कुछ यूँ मनाया गया ‘फादर्स डे’
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जून की शाम रही संगीत के नाम ! दिल्ली स्थित प्यारेलाल भवन में आयोजित हुआ संगीत समारोह Gems Of Raj-Ramesh !
मोक्ष म्यूजिक द्वारा आयोजित इस समारोह की ख़ास बात रही इसका शुभारम्भ, जो किया गया संगीत निर्देशक राज महाजन और रमेश मिश्रा के पिताश्री द्वारा दीप प्रज्वलन करके ! जिसमें स्टेज पर नज़र आये कई जानी मानी हस्तियों (बरखा सिंह, संजय मालिक, सिराज खान, सरोज जी, प्रदीप पल्लवी, प्रेम भाटिया, राजीव मल्होत्रा) के साथ संगीतकार राज-रमेश के माता-पिता !
इतना ही नहीं साथ ही साथ राज-रमेंश के सुरीले सिंगर्स (अरुण, प्रवेश, विशाल, के डी ड्यूड) ने ऑडियंस को साथ साथ झूमने पर मजबूर कर दिया ! सभी की परफॉरमेंस एक से बढ़कर एक ! समारोह की शुरआत हुई पुरसुकून आवाज़ के मालिक अरुण उपाध्याय के गाने "तू दिलनशीं तू महज़बीं " से, जो सुनने वालों को एक अलग ही प्यार की रूहानी दुनिया में ले गया !
लेकिन माहौल तब पूरा बदल गया जब विशाल ने माइक संभाला ! गाने के बोल थे "पापा कैसे रहूँगा तुम्हारे बिना" ! गाना शुरू हुआ और धीरे-धीरे सभी लोगों को किसी अजीब से एहसास की तरफ ले गया ! सभी के साथ राज-रमेश भी किसी सोच में ग़ुम नज़र और मंच से नीचे उतर कर अपने अपने पिता को ही मंच पर ले आये ! स्टेज पर दोनों ही अपने पिता का आशीर्वाद पाकर मानों जैसे फूले न समा रहे हो ! हो भी क्यों न ,कहते है हर काम को करने के लिए बड़ों का आशीर्वाद होना ज़रूरी है और यहाँ तो मौका भी था क्यूंकि 21 जून को फादर्स डे यानी "पितृ दिवस मनाया" दुनिया भर के सभी देशों में मनाया जाता है !
एक ऐसी शख्सियत जो मुश्किलों में डटा रहा, कभी हारा नहीं ! जो हर ठोकर पर हमें संभालता है, अपने दर्द को छिपा कर हमारे होठों पर मुस्कान लाता है, जिसके होने
से हमें सहारा मिलता है - पापा तुम्हे शत शत नमन!
पापा कैसे रहूँगा तुम्हारे बिना, इस गाने को आप तक पहुँचाया है विशाल घाघट ने और संगीत दिया है राज-रमेश ने ! अपने पिता के साथ मंच साझा करते हुए राज-रमेश भावविभोर हो गए ! अपने पिता का धन्यवाद करते हुए राज महाजन ने कहा "आज मैं यहाँ हूँ आप सबके सामने , आज जो भी मेरा मुकाम है सब मेरे पापा की वजह से, इन्होने मेरा हर फैसले में साथ दिया ! पढाई से लेकर कंपनी (मोक्ष म्यूजिक) खोलने तक ! आज भी इस इवेंट पर वो मुझे आशीर्वाद देने आये ! थैंकू पापा , आई लव यू सो मच" ! आज ये गाना दुनिया के सभी पिता के लिए हमारी तरफ से एक छोटा सा उपहार है ! वहीँ रमेश मिश्रा ने अपने पापा का शुक्रिया कुछ यूँ किया "मेरे जीवन की हर छाँव तुम्ही से, मेरी मंज़िलों के रास्ते तुम्ही से, बिन आपके मैं कुछ नहीं पापा, मेरी शख्सियत की उड़ान तुम्ही से " मुझे तो संगीत से जोड़ने वाले ही मेरे पापा हैं ! इन्हीं की वजह से आज मैँ आप सामने हूँ ! आपने सब कुछ दिया पापा, सबकुछ !
हम सबके
जीवन में जितना महत्वपूर्ण स्थान और सहयोग माँ का होता है , उतना ही पिता का भी ! जीवन
भर हमें इन दोनों की ही ज़रूरत होती है ! माँ छाया है तो पिता पेड़ ! हमें दोनों का
ही सम्मान और आदर करना चाहिए ! आज हम देखते है की बच्चे बड़े हो जाते और अपनी -अपनी
ज़िन्दगी जीने लगते है ! ऐसे में कहीं माँ-बाप खो जाते है या फिर उन्हें
वृद्धाश्रम (Old-Age Home) में छोड़ दिया जाता है जो
वाकई में एक निंदनीय बात है ! बचपन में जैसे हमें उनकी ज़रूरत होती है वैसे ही
बुढ़ापे में उन्हें हमारे साथ, प्यार और देखभाल की ! जब वो
हमें नहीं भूलते तो हम उन्हें कैसे भूल जाते हैं !
गाना सुनने के लिए : http://gaana.com/album/papa-kaise-rahunga
माता पिता का सम्मान करो, क्यूंकि उन्हें के आशीर्वाद से हमारा जीवन सफल बनेगा ! इसी सन्देश के साथ मोक्ष म्यूजिक का Gems Of Raj-Ramesh बड़े ही भव्य तरीके से संपन्न हुआ औरअपने पिता के साथ-साथ नाचते गाते संगीतकार राज-रमेश ने कुछ यूँ मनाया गया फादर्स डे !