Some fraudulent Girl has entered into FB Friend-List of Raj Mahajan anonymously friended with all the network | Raj Mahajan has also received some threatening letters

कौन है वो लड़की जो नकली फेसबुक प्रोफाइल बनाकर 'राज महाजन' के सभी दोस्तों को भेज रही 'फ्रेंड रिक्वेस्ट'


नयी दिल्ली, 25 दिसंबर, 2014, वीरवार। 
संगीतकार राज-रमेश के राज महाजन तो अभी से विवादों के घेरे में आ गए हैं । अभी हाल ही में संगीतकार राज महाजन ने शकरपुर पुलिस स्टेशन में जान से मारने की धमकी की रिपोर्ट दर्ज कराई। धमकियाँ स्पीड-पोस्ट के माध्यम से भेजी गयी हैं और भेजने वाले के नाम का अभी तक कोई खुलासा नहीं हुआ है। 
अभी हाल ही में रिलीज़ राज-रमेश का हिंदी और भोजपुरी में इनका
ठण्ड का गाना धूम मचा रहा है।
अपने ठण्ड के गाने से मशहूर हुए संगीतकार राज महाजन कुछ धमकियों के कारण परेशान से नज़र आ रहे हैं। ये धमकियां राज महाजन को स्पीड पोस्ट लेटर के माध्यम से 28 नवम्बर को भेजी गयी। पता करने पर ज्ञात हुआ कि इसी प्रकार की धमकी के लेटर मोक्ष म्यूज़िक के वाईस-प्रेजिडेंट अश्वनी राजपूत के लिए उनके हरिद्वार स्थित निवास पर उनके माता-पिता को भी मिले हैं। धमकी भेजने वाले ने अपना नाम और पता गलत लिखा हैं। इतना ही नहीं धमकियों की पुनरावृत्ति दोबारा लेटर भेज कर की गयी है। इस प्रकार लगातार धमकियां मिलने के कारण राज महाजन काफी तनाव में है।  

इस प्रकार मिल रही धमकियों पर राज महाजन प्रतिक्रिया करते हैं, "फिलहाल हमने थाना शकरपुर में शिकायत दर्ज करवा दी है। पुलिस ने कार्रवाई भी शुरू कर दी है। हमें उम्मेीद है पुलिस जल्द ही धमकी देने वालो को पकड़ लेगी। लेकिन कहीं न कहीं इस प्रकार की धमकियां हमें परेशान तो कर ही देती हैं। बहरहाल आप चिंता न करें जल्द ही आपको हमारे नए गाने सुनने को मिलेंगे।"

जल्द ही पार्श्वगायक जावेद अली भी राज-रमेश के संगीत पर गाने वाले  हैं,
लेकिन ऐसे में क्या राज महाजन दे पाएंगे संगीत सुकून से ।
 
मोक्ष म्यूज़िक के वाईस-प्रेजिडेंट अश्वनी राजपूत को जब से ये धमकियां मिली हैं, तब से अपने घर हरिद्वार में है, उनके अनुसार, "जब से ये धमकिया मेरे घर पर प्राप्त हुई हैं तब से मेरे घरवाले मुझको लेकर बहुत असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, यह धमकियां कोई जानने वाला ही भेज रहा है। लेटर में बहुत कुछ अशोभनीय और अश्लील लिखा गया है, और जान से मारने की धमकी लिखी गयी है, जिसका हम जल्द ही खुलासा करेंगे। मेरे कंपनी में न होने से कंपनी को काफी नुक्सान हो रहा है। कोई हमारी और हमारी कंपनी की साख को नुक्सान पहुंचाना चाह रहा है। मुझे उम्मीद है पुलिस कार्रवाई से धमकी भेजने वाला जल्द ही पकड़ा जाएगा और मैं बेफिक्र होकर वापिस अपने काम पर लौट सकूंगा।"



अभी हाल ही में ज्ञात हुआ कि किसी अनजान लड़की ने नकली फेसबुक प्रोफाइल बना कर संगीतकार राज महाजन के नेटवर्क जिसमे उनके दोस्त, रिश्तेदार, पडोसी, फैन, स्टाफ मेंबर आदि सभी लोगो को 'फ्रेंड रिक्वेस्ट' भेज कर सभी को अपने प्रोफाइल में जोड़ लिया। बाद में मालूम हुआ कि ये प्रोफाइल नकली है। आखिर कौन है यह अनजान लड़की  जिसकी रूचि 'राज महाजन' के फेसबुक के नेटवर्क में है और इसका मकसद क्या है ?

स्पे. कमिश्नर दीपक मिश्रा के अनुज राज महाजन को जान से मारने
की धमकी  देने वाला कौन है वो व्यक्ति ?
आपको ज्ञात होगा कि अभी हाल ही में दिल्ली पुलिस के स्पे. कमिश्नर दीपक मिश्रा मोक्ष म्यूज़िक के ऑफिस पहुंचे थे। और, उन्होंने खुद को राज महाजन और रमेश मिश्रा का बड़ा भाई और गार्डियन बताया था और बड़े भाई के नाते इनको आशीर्वाद भी दिया था। ऐसे में सोचने वाली बात यह है कमिश्नर दीपक मिश्रा के अनुज राज महाजन को धमकी देने वाले की हिम्मत कितनी बड़ी है। दाद देनी पड़ेगी ऐसे दमदार व्यक्ति की जो जान-बूझकर सांप के बिल में हाथ डाल रहा है। 

बहरहाल, यह एक गंभीर और सोचनीय विषय है कि कोई आखिर क्यों इस प्रकार बेनाम खत लिखकर मोक्ष म्यूज़िक की कार्य-व्यवस्था को हिलाना चाहता है ? आखिर कौन  है ये लड़की जो  नकली फेसबुक प्रोफाइल बनाकर 'राज महाजन' के फेसबुक नेटवर्क को भेद कर सभी लोगों से दोस्ती कर रही है ? वो 'राज महाजन' को फेसबुक नेटवर्क में घुसकर अपने प्रोफाइल पर नकली फोटो लगाकर क्यों सभी से दोस्ती कर रही है ? कौन भेज रहा है बेनाम धमकी भरे खत ?  किसको फायदा होगा 'राज महाजन' को बदनाम  करके ? क्या ऐसे तनावपूर्ण माहौल में 'राज महाजन' दे पाएंगे अच्छा संगीत ?







Special Commissioner Deepak Mishra meets Raj-Ramesh to greet them in Moxx Music Studio

मैं यहां पर किसी बड़े आदमी की तरह नहीं बल्कि राज-रमेश का बड़ा भाई बनकर आया हूँ : दीपक मिश्रा

मोक्ष म्यूज़िक, नयी दिल्ली, 21 दिसंबर, 2014, रविवार ।

रविवार की सुबह-सुबह ठण्ड की फुहार देता मौसम और शकरपुर में रोज़मर्रा की तरह ज़िन्दगी शुरू हो चुकी थी। तभी करीब 11 बजे अचानक एक  सफ़ेद रंग की गाडी शकरपुर मैन मार्किट में आकर रूकती है और और गाडी में से स्पेशल पुलिस कमिश्नर दीपक मिश्रा बाहर निकलते हैं.। वहीँ पर, नयी संगीतकार जोड़ी 'राज-रमेश' के राज महाजन और रमेश मिश्रा भी आते हैं और सभी मिलकर आनन-फानन में मोक्ष म्यूज़िक के ऑफिस पहुँच जाते हैं।  

संगीतकार राज-रमेश के साथ कमिश्नर दीपक मिश्रा मौके पर काफी खुश दिखे। 
इस घटना ने सभी को चौंका दिया, वहाँ पर मौजूद लोगों के चेहरे पर प्रश्नचिन्ह बना हुआ था कि आखिर ऐसा क्या हो गया की कमिश्नर को खुद ही मोक्ष म्यूज़िक के ऑफिस में आना पड़ा। लेकिन बाद में मालूम हुआ कि मामला ही कुछ और है। मालूम करने पर ज्ञात हुआ की कमिश्नर दीपक मिश्रा मोक्ष म्यूज़िक के ऑफिस नयी संगीतकार जोड़ी को मुबारकबाद देने आये हुए थे। वहीँ पर मौजूद मोक्ष म्यूज़िक के वाईस प्रेजिडेंट अश्वनी राजपूत ने स्पेशल कमिश्नर को फूलोें का गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया। और उसके बाद सारा माहौल संगीतनुमा हो गया।  स्पे. कमिश्नर दीपक मिश्रा  ने राज-रमेश से काफी बातें की। बातों ही बातों में एक रोचक बात पता चली कि कमिश्नर साब भी संगीत के मुरीद हैं और एक समय में इनको भी वाद्य-यन्त्र बजाने में महारत हासिल थी। इनको संगीत का काफी अच्छा ज्ञान अभी भी  है।  वो तो डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी सँभालते-सँभालते और कानूून की रक्षा करते-करते कब संगीत पीछे छूट गया की पता ही नहीं चला। कमिश्नर दीपक मिश्रा का नाम बहादुरी, कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी के लिए पुरे पुलिस डिपार्टमेंट में बहुत ही इज़्ज़त के साथ लिया जाता है और इनके नाम की मिसाले दी जाती हैं। संगीत के प्रति उनका प्रेम बहुत ही सराहनीय है।  

 मोक्ष म्यूज़िक कंपनी की टीम के साथ स्पे. कमिश्नर दीपक मिश्रा और राज-रमेश 
दीपक मिश्रा ने राज-रमेश के साथ स्टूडियो में बैठकर इनके बनाये हुए गानो को सुना और दोनों को आशीर्वाद दिया और इनके उज्जवल भविष्य के लिए कामना की। कमिशनर साब ने कहा, "मैं यहां पर किसी बड़े आदमी की तरह नहीं बल्कि राज-रमेश का बड़ा भाई बनकर आया हूँ और इनका गार्डियन बनकर आया हूँ। मैं इनको आशीर्वाद ही दे सकता हूँ। संगीत में इनका प्रयास सराहनीय है।  ये लोग संगीत में इतना आगे जाएँ की मुझे भी गौरव हो कि इनके प्रयास में मैं भी इनके साथ था।" संगीत के माहौल में आकर कमिश्नर साब कितने खुश थे इसका अंदाजा उनके चेहरे की मुस्कान देखकर लगाया जा सकता था।  

संगीतकार रमेश मिश्रा ने कहा, "अपने बड़े भाई से आशीर्वाद पाकर मैं बहुत खुश हूँ और मुझे लगता है की साल 2015 में हम संगीत की दुनिया में अपनी कोशिशों से एक अच्छी जगह बना लेंगे।  हमें देश-विदेश से सोशल मीडिया और फ़ोन के माध्यम से बहुत शुभकामनाएं और बधाइयां मिल रही हैं। मैं राज महाजन के साथ काम करके बहुत ही खुश हूँ। हम लोग और भी नया-नया म्यूज़िक बनाते रहेंगे।"

राज-रमेश के गानो को सुनते हुए स्पे. कमिश्नर दीपक मिश्रा 
राज महाजन ने कमिश्नर दीपक मिश्रा के साथ वर्तमान संगीत के वितरण के बारे में चर्चा की और उनको मोक्ष म्यूज़िक की कार्यशैली के बारे में समझाया। राज ने संगीत डिजिटल डिस्ट्रीब्यूशन के बारे में भी समझाया। राज ने बताया कि समय के साथ-साथ म्यूज़िक की मार्केटिंग के तरीकों में भी बदलाव आया है। राज महाजन भी अपने 'भैया' (स्पे. कमिश्नर दीपक मिश्रा) से आशीर्वाद पाकर बहुत ही उत्साहित दिखे। राज महाजन ने कहा,  "मैं रमेश जी को अपने जोड़ीदार के साथ-साथ अपने बड़े भाई के रूप में भी देखता हूँ।"  

इसके बाद  मोक्ष म्यूज़िक के वाईस-प्रेजिडेंट अश्वनी राजपूत ने कमिश्नर दीपक मिश्रा को मोक्ष स्टूडियो दिखाया और अपनी कंपनी कार्यशैली के बारे में समझाया।  इस मौके पर मौजूद कंपनी की क्रिएटिव हेड मेघा वर्मा और अन्य सदस्य कमिश्नर साब से मिले और शुभकामनाओ का आदान-प्रदान किया। 

राज-रमेश को कमिश्नर दीपक मिश्रा ने अपने अनुजों को  
कई बार गले लगाकर शुभकामनाएं दी। 
कमिश्नर दीपक मिश्रा और राज-रमेश ने चाय की चुस्कियों पर भी काफी सारी बातें शेयर की जिसमे उन्होंने भोजपुरी संगीत के उत्थान के लिए विचार-विमर्श किया। राज-रमेश के बनाये हुए कुछ भोजपुरी गानों को मिश्रा जी ने सुना और जमकर तारीफ़ की। इस दौरान कमिश्नर दीपक मिश्रा ने अपने 'अनुजों' राज-रमेश को कई बार गले लगाया और आशीर्वाद दिया।  मोक्ष म्यूज़िक फेम गायक सोनू मोरवाल और अरुण उपाध्याय को भी कमिश्नर साब ने आशीर्वाद और शुभकामनाएं दीं। 

और, इस तरह रविवार का माहौल मोक्ष म्यूज़िक कुछ अलग सा हो गया था।  कंपनी के टीम मेंबर अपने बीच इतनी बड़ी शख्सियत को पाकर बहुत खुश दिखे।  किशोर सिन्हा, राहुल पंडिता , अनिमेश चौरसिया, हेमंत कुमार, मनीष सेंगर, कैलाश पाण्डेय, दीपक सिंह, तरुण उपाध्याय, चित्रांगदा आदि ने भी कमिश्नर दीपक मिश्रा को शुभकामनाएं दी।


संगीत की दुनिया में राज-रमेश के बढ़ते कदम और नए गाने मचा रहे धूम

संगीत वो माध्यम है जिसके द्वारा हम अपने जीवन को सुरमय बनाते हैं।  उसे एक ऐसी दिशा प्रदान करते हैं, जो सभी तरह की नकारात्मक ऊर्जा को खींच कर उसमें सकारात्मकता प्रदान करती है।  कहने को संगीत 'सात सुरों' के संगम से बनता है, लेकिन हमें अपने जीवन को सुरीली लय देने के लिए केवल एक सुर ही काफी होगा।  ऐसा कहना किसी भी तरह से अतिश्योक्ति नहीं होगा।  पुराणों पर अगर एक सरसरी नज़र दौड़ाएं तो हम यही पाते हैं कि हमारे 'ईष्ट' को भी संगीत ही भाता था या यूं कहिये ईश्वर को खुद से जोड़ने का सबसे असरदार और कारगर तरीका है संगीत।  जिससे जीवन में ताज़गी और स्फूर्ति का संचार होता है। 

एक के बाद एक लगातार एल्बम देने वाले 'राज-रमेश' का संगीत
लोगों को बेहद पसंद आ रहा है। 
'संगीत' की इसी महत्ता को पहचाना नयी संगीतकार जोड़ी राज-रमेश ने।  सुरीले नगमों , धुनों को अपने लोगों तक पहुँचाने का वादा कर चुके 'राज महाजन और रमेश मिश्रा'। एक आम से परिवार से बावस्ता होने वाले ये दोनों (राज-रमेश) कहते हैं, "संगीत से उसकी धुनों से हमारा एक राबता है तो हमें रोज़ इसकी खूबियों, इसकी खामियों से जोड़ता है और साथ ही हमें एक रास्ता दिखाता है जिस पर चलकर हम नित नयी इबारत लिख रहे हैं और लिखते रहेंगे। " ऐसी ही इबारत इन्होने लिख डाली, जिसका नाम है 'डॉलिवूड'. एक ऐसा कारवां, जिसके जरिये नए प्रतिभावान लोगों  को अपने मुकाम और मंज़िल पर जाने का रास्ता मिल सके और एक ऐसा अवसर जिसे भुनाके तरक्की के रास्ते खुल सकें।  

'राज-रमेश' की इस बेमिसाल जोड़ी ने अपने काम का आगाज़ बड़े ही शानदार तरीके से किया।  'आहिस्ता-आहिस्ता' और 'लगी ठण्ड' से अपने संगीतकार कैरियर का एक जोड़ी के रूप में ऑडियंस को बेहद सुरीले और नायब नगमे दिए।  संगीत के बिगड़ते स्वरुप को अपने तरीके से संवारने का जो एक बीड़ा उठाया है, उसमें सिर्फ  यही नहीं कई दिग्गज कलाकार जो अपने-अपने क्षेत्र में प्रतिष्ठित मुकाम पर हैं, इनके साथ साथ हैं। 

'राज-रमेश' और गायक अरुण उपाध्याय को को बधाई देने पहुंचे
मॉडल पूनम पाण्डेय, मिस्टर इंडिया पारस गुप्ता, प्लेबैक सिंगर सोनू मोरवाल
और मोहित बघेल (अमर चौधरी, फिल्म 'रेड्डी')
जी हाँ , अभी हाल ही में 'राज-रमेश' को बधाई देने वालों का सिलसिला तो शुरू हुआ वो थमने का नाम ही नहीं ले रहा। पिछले दिनों मोक्ष म्यूज़िक में नज़र आये रेड्डी फेम कॉमेडियन 'मोहित बघेल' जिनको आप 'अमर चौधरी' के नाम से 'रेड्डी' मूवी में पहचान सकते हैं , और साथ में थी 'ए ट्रिप टू भानगढ़' से बॉलीवुड में कदम रखने वाली 'पूनम पाण्डेय'। दोनों सितारों ने संगीतकार 'राज-रमेश' को उनके संगीतमय सफर की शुरूआत के लिए बधाई दी। साथ ही, बॉडी बिल्डिंग में मिस्टर इंडिया का खिताब जीतने वाले पारस गुप्ता ने भी अपने चाचा राज महाजन को और रमेश मिश्रा जी बधाई दी।   

सिलसिला यूं ही रफ़्तार पकड़ता चला गया और इसी में एक नाम जुड़ा 'लाफ्टर चैलेंज सीजन 3' से प्रसिद्धि पा चुके कॉमेडियन राजीव मल्होत्रा का।  मोक्ष म्यूज़िक को उनके इस सुरीले सफर में उनके काम के लिए बधाई देने पहुंचे।  यहाँ आकर उन्होंने हंसी की ऐसी फुहार छोड़ी की सबने हँसते-हँसते पेट पकड़ लिया।  भाई, एक कॉमेडियन किसी को बधाई अपने अंदाज़ में देते नज़र आये और लगे राज-रमेश की तारीफों के पूल बाँधने।  हो भी क्यों न ! वो कहावत तो आपने सुनो होगी "तारीफ़ उन्हीं की होती है जिनमे कोई तो बात हो " और ये बात नज़र आती है इस नयी संगीतकार जोड़ी 'राज-रमेश' में। 

संगीत को पूजा मानने वाली ये नयी संगीतकार  जोड़ी अपने काम के प्रति  कितनी तन्मयता से कार्यरत है, इसकी गवाह है उनकी एक के बाद एक आने वाली एलबम्स की सूची।  नित नयी धुनों को बनाना, उन्हें समझना और फिर उन पर बारीकी से काम करना।  ये कुछ बातें उन्हें दूसरों से अलग बनाती हैं।   

स्पेशल कमिश्नर ऑफ़ पुलिस (दिल्ली) ने राज-रमेश से मुलाक़ात  की, उनके आने वाले
गाने सुने और राज-रमेश को उनके  कैरियर  के लिए शुभकामनाएं  दीं। 
राज-रमेश की इसी दृढ़ता को देखकर उनके इस सफर में साक्षी बने एक ऐसी शख्सियत के मालिक, जिनके खड़े होने भर से ही सभी नकारात्मक तत्व शान्त हो जाते हैं।  आप शायद नहीं समझे होंगे।  हम यहां बात कर रहे हैं दिल्ली की क़ानून व्यवस्था  के कमिश्नर दीपक मिश्रा की।  दीपक मिश्रा का मोक्ष म्यूज़िक में आना और राज-रमेश का समर्थन करना भी इस बात का साक्षी है कि 'कहीं तो कुछ अच्छा हो रहा है'। पुलिस कमिश्नर दीपक मिश्रा ने संगीतकार 'राज-रमेश' के आने वाले गानो की सुना और तारीफों के पूल बाँध दिए।  गौरतलब है एक सख्त और ईमानदार अफसर के तौर पर नाम कमाने वाले दीपक मिश्रा संगीतप्रेमी भी हैं। दोनों से मिलने के बाद दीपक मिश्रा ने मोक्ष म्यूज़िक टीम बाकी लोगों से भी बात की। 

आज इन दोनों का यह सराहनीय कदम है जिसके फलस्वरूप आने वाले समय में एक नए संगीत से रूबरू होंगे। राज-रमेश आपका ये प्रयास खुद आपके लिए और आने वाली कई पीढ़ियों के लिए एक नया और बेमिसाल वातावरण देगा, जिसमे संगीत को सिर्फ फूहड़ता के लिए नहीं बल्कि आत्मा की शांति, दिमागी सुकून  और एक औषधीय तत्व के रूप में जाना जाएगा। 

कहते हैं जब हम किसी चीज़ को पाने के लिए तन-मन, और यहां तक अपना सर्वस्व लुटाकर बढ़ते हैं, प्रयास करते हैं, उसमें डूबते हैं. तो वो हमसे दूर नहीं रह सकती।  और यहां तो बात है  संगीत की , जो खुद ईश्वर को पसंद है, जो ईश्वर की साधना का मंत्र है :

संगीत जैसी विद्या के हो प्रिय साधक तुम,
मिले तमाक तरक्की लिखो ऐसी इबारत तुम। 








ठण्ड में सीटी बजा रहा है 'सोनू' का पहला गाना 'Baj Rahi Hai Seeti' और गाना बजते ही बारिश और बर्फ़बारी के साथ ज़ोरदार ठण्ड शुरू


ठण्ड का मौसम ज़ोरों पर है और लोग अब रजाई और बिस्तरों में पैक होकर चाय-पकोड़ों का लुत्फ़ उठा रहे हैं। ऐसे में 'वॉइस ऑफ़ इंडिया' फेम सोनू मोरवाल ने अपना पहला गाना रिलीज़ कर दिया है और मज़े की बात यह है की इनका पहला गाना 'ठण्ड' के ऊपर ही है।  आपको याद होगा की कई साल पहले ठण्ड पर एक और गाना आया था, जिसका नाम था 'दिल्ली की सर्दी' . बहरहाल, अब सर्दी पर एक और गाना  है और आपके पास सर्दी के गाने का एक और ऑप्शन है।  


मोक्ष म्यूज़िक की तरफ से ठण्ड का यह गाना आजकल बहुत पॉपुलर हो रहा है। यह गाना आजकल हिट हो रहे गानो जैसा है।  इस गाने का संगीत तैयार किया है, नयी संगीतकार जोड़ी राज-रमेश ने।  वैसे भी आजकल राज-रमेश दिल्ली में डॉलिवूड के कांसेप्ट को लेकर काफी चर्चा में है।  गौरतलब है की मोक्ष म्यूज़िक ने पिछले कुछ महीनो में 2 गायको को 5 साल तक गाने के लिए अनुबंधित किया है। राज-रमेश के पास अगले 6 महीनो  तक के लिए गाने तैयार हैं। दिल्ली की यह जोड़ी संगीत की दुनिया में धूम मचाने के लिए तैयार है। इस समय यह गाना सभी बड़ी वेबसाइट पर उपलब्ध है और मालूम हुआ है गाने की पायरेसी ज़ोर-शोर से हो रही है। 

चलिए हम भी इस गाने की callertune को डाउनलोड करने की जानकारी हम आपको दे देते हैं :



इस गाने को itunes, nokia, gaana, saavn, etc. से डाउनलोड कर सकते हैं।  जानकारी  के लिए निम्नलिखित लिंक पर क्लिक करे :


अब MobileManoranjan.Com पर आप पा सकते हैं अपने मनपसंद गानो को। 








Baj Rahi Hai Seeti - Lagi Thand

Song Name : Baj Rahi Hai Seeti

Album Name : Lagi Thand

Singer : Sonu Morwal

Music : Raj-Ramesh

Music Label : Moxx Music Pvt. Ltd.

LISTEN TO THE NEW DANCE SONG BY SONU MORWAL ON THE BELOW LINK

http://www.mobilemanoranjan.com/Hindi/Album/Lagi-Thand




'VOICE OF INDIA' फेम SONU MORWAL अब बना 'MOXX MUSIC FAME'

सोनू बनेगा डॉलिवूड का सितारा


'VOICE OF INDIA' और 'BATHROOM SINGER' से पहचान बनाने वाले सोनू मोरवाल आजकल अपना प्राइवेट म्यूजिक एल्बम निकालने की तैयारी कर रहे हैं। शुरुआत में एक गाना रिलीज़ करेंगे। सुना हैं ठण्ड के मौसम में गाना भी ठण्ड का ही होगा।  और गाने का मिज़ाज़ कुछ गरम रहेगा यानी कि  यह एक पार्टी सांग बनेगा।  सोनू मोरवाल अपने पहले गाने को लेकर काफी उत्साहित हैं। आपको याद होगा की सोनू मोरवाल का पार्श्वगायक अभिजीत भट्टाचार्य के साथ भी कुछ पंगा भी चला था। यह गाना मोक्ष म्यूज़िक से दिसंबर माह में ही रिलीज़ हो जाएगा। सोनू ने अभी हाल ही में मोक्ष म्यूज़िक के साथ पाँच साल तक गाने का अनुबंध साईन किया है।

गाने की रिकॉर्डिंग पूरी हो चुकी है। सोनू ने कहा, "'VOICE OF INDIA' से लेकर अब तक का सफर बहुत ही अच्छा रहा। लेकिन अब वक़्त है, अपने ही गानो से अपनी अलग पहचान बनाने का। इसके लिए मैं मोक्ष म्यूज़िक कंपनी का धन्यवाद करता हूँ, जिन्होंने मेरे सपनों को अगले स्तर पर साकार करने का बीड़ा उठाया है।  मुझे इस गाने से बहुत ही उम्मीदें हैं।" 

जब सोनू से पूछा गया की वो  'VOICE OF INDIA' से मोक्ष म्यूज़िक तक कैसे पहुँचे तो उन्होंने बताया कि संगीतकार रमेश मिश्रा के माध्यम से उनको मुलाक़ात मोक्ष म्यूज़िक कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर जोकि संगीतकार भी हैं, राज महाजन से हुई। सोनू की आवाज़ राज महाजन को भा गयी और सोनू मोरवाल की मोक्ष म्यूज़िक कैंप में एंट्री हो गयी। गौरतलब है की राज महाजन और रमेश मिश्रा पहले से ही अपनी संगीतकार जोड़ी राज-रमेश के नाम से बना चुके हैं और सोनू मोरवाल के गाने का म्यूज़िक भी इसी जोड़ी ने किया है।  गाने के बोल किशोर सिन्हा ने लिखे हैं।



रमेश मिश्रा ने कहा, "सोनू को मैं बहुत पहले से जानता था। लेकिन मुझे नहीं पता था की भविष्य में इस प्रकार मिलकर काम करेंगे। सोनू की आवाज़ में बहुत ही विविधतायें हैं।  हमें उम्मीद है की हम श्रोताओं के सामने सोनू को एक बेहतरीन गायक बनाकर पेश करेंगे और हमें विश्वास है की सोनू का नाम इंडस्ट्री के सफल गायको में होगा।"



राज महाजन के अनुसार, "अभी कंपनी आधिकारिक तौर पर गाने को प्रमोट करना शुरू नहीं किया है।  जल्दी ही हम सोनू मोरवाल के पहले गाने की औपचारिक घोषणा करके प्रमोशन शुरू कर देंगे। सोनू का भविष्य बहुत ही उज्जवल है। मुझे सोनू से बहुत ही उम्मीदें हैं। सोनू एक अच्छे गायक के साथ-साथ एक अच्छे इंसान भी हैं।"

सोनू मोरवाल ने यह भी कहा कि, "मैं रमेश सर और राज की उम्मीदों पर खरा उतरूंगा ऐसा मुझे दृढ विश्वास है। इसके अलावा मोक्ष म्यूज़िक की क्रिएटिव और बिज़नेस टीम का भी सपोर्ट करने के लिए शुक्रिया करता हूँ।  'ठण्ड' के अलावा मेरे और गानो पर काम चल रहा है जिनकी रिलीज़ जनवरी में रखी जायेगी।"  

सोनू मोरवाल को अपने म्यूज़िकल प्रोग्राम्स में बुक करने के लिए आप 8800564441, 8800694448, 011-43010347 पर कॉल कर सकते हैं।  

कविनगर में बनी सौरभ-मिनाक्षी-कुश की त्रिकोणीय प्रेम कहानी

राज-रमेश ने बनाया, अरुण उपाध्याय ने गाया आहिस्ता-आहिस्ता,

ग़ाज़ियाबाद में सौरभ, कुश और मिनाक्षी ने गुनगुनाया 

  

गाने के एक दृश्य में सौरभ और मिनाक्षी 
सुबह-सुबह कविनगर में सब कुछ सामान्य चल रहा था। तभी कवि नगर, गाज़ियाबाद में मोक्ष म्यूज़िक की क्रिएटिव टीम के साथ एक्टर सौरभ टंडन, कुश सोईन और मिनाक्षी घुमते पाये गये। पता करने पर मालूम हुआ कि कवि नगर में गायक अरुण उपाध्याय के गाने आहिस्ता-आहिस्ता की शूटिंग की तैयारी हो रही है। और कुछ ही देर में शूटिंग की चहल-पहल शुरू हो गयी। कैमरामैन दीपक सिंह ने कैमरा की सेटिंग शुरू कर दी।  डायरेक्टर मेघा वर्मा ने भी असिस्टेंट-डायरेक्टर सुहैल राही के साथ गाने की स्क्रिप्ट निकाल कर पेन चलाना शुरू कर दिया। कलाकारों का मेक-अप होना शुरू हो गया। और फिर थोड़ी ही देर में.… कैमरा, एक्शन और शूटिंग शुरू

आहिस्ता-आहिस्ता की एक त्रिकोणीय प्रेम कहानी पर आधारित गाना है, जिसकी शूटिंग का पहला चरण कविनगर में पूरा हो गया। सौरभ टंडन, कुश सोईन और मिनाक्षी मुख्य भूमिका में हैं।  मुंबई के गायक अरुण उपाध्याय की मखमली आवाज़ में यह गाना नयी संगीतकार जोड़ी राज-रमेश (राज महाजन और रमेश मिश्रा) द्वारा कंपोज़ किया गया है।  गाने की डबिंग दिल्ली स्थित मोक्ष म्यूज़िक स्टूडियो में की गयी है।  

गाने की पहले चरण की शूटिंग में सब ठीक-ठाक रहा।  गाने की वीडियो डायरेक्टर मेघा वर्मा ने बताया कि इस बार हमने गाने में छोटी से कहानी को बुना है, जिससे गाने की रोचकता और बढ़ जाएगी। लोकेशन पर मौजूद पंडित संदीपन शर्मा ने कहा, "मुझे यह गाना बहुत अच्छा लगा। आजकल के शोर-शराबे वाले गानो से अलग हटकर यह गाना दिल को छूता है। मैंने शूटिंग देखी है।  मैं इस गाने का वीडियो देखने के लिए बहुत ही उत्सुक हूँ। " गाने के किरदार कुश और मनीषा का बतौर एक्टर यह पहला गाना हैं जबकि सौरभ पहले भी एक गाने में एक्टिंग कर चुके हैं। सौरभ कहते हैं, "पहले के मुकाबले मैंने काफी कुछ सीखा हैं, मुझे उम्मीद है की दर्शकों को इस बार मेरी एक्टिंग काफी अच्छी लगेगी। मैं राज सर (राज महाजन) का मुझे गाने में दोबारा मौका देने के लिए धन्यवाद करता हूँ।"

कुश, मिनाक्षी, सौरभ और मेघा 
मोक्ष म्यूज़िक के बिज़नेस हेड, संजय मितवा भी लोकेशन पर मौजूद थे। संजय के अनुसार यह डॉलिवूड की शुरूआत है। हमारी कोशिश रहेगी की नए टैलेंट को स्ट्रगल करने के लिए मुंबई न जाना पड़े, बल्कि दिल्ली में ही अब हम ऐसा मंच तैयार करेंगे जिससे कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन बॉलीवुड और विश्व के मार्किट में दिखा सकें। दोपहर में मोक्ष म्यूज़िक के मैनेजिंग डायरेक्टर, सीईओ एवं म्यूज़िक डायरेक्टर राज महाजन और कम्पनी के वाईस प्रेजिडेंट, अश्वनी राजपूत भी पहुँच गए।  शूटिंग कार्य को देखकर वो भी काफी उत्साहित थे।  गौरतलब है की अभी हाल ही में राज ने रमेश मिश्रा के साथ संगीतकार जोड़ी बनायी है, और बतौर संगीतकार जोड़ी 'आहिस्ता-आहिस्ता' उनका पहला गाना है। राज ने कहा, "जल्द ही हमारे और भी गाने आने वाले हैं। सभी गाने एक बढ़कर एक हैं। हमें विश्वास है की हम अपने चाहने वालों की आशाओं पर खरे उतरेंगे और हमारा म्यूज़िक सभी को पसंद आएगा।"

बहरहाल, शूटिंग का पहला चरण कविनगर, गाज़ियाबाद में पूरा हो गया। अगले सप्ताह तक शूटिंग पूरी हो जायेगी और  जल्द ही यह गाना रिलीज़ होकर आपके सामने होगा।   


राज महाजन और रमेश मिश्रा के साथ एक साक्षात्कार

कुछ नया करने का जूनून हमें साथ ले आया : राज-रमेश

संगीत, यानि वो गीत जो सुरों के साथ मिलकर हमारे जीवन में मिठास घोल दे। जिसके होने से जीवन में ऊर्जा आ जाए। चिकित्सा-विज्ञान की मानें तो संगीत ने कई  लोगों के असाध्य रोगों को भी सही किया है। शास्त्रों में भी संगीत और प्रकृति को एक दूसरे का पूरक बताया है। भक्ति-अर्चना के लिए भी संगीत का साथ आवश्यक होता हैं। संगीत हमारे जीवन को पूर्णता प्रदान करता है। चलिए इस बार आपको एक नयी संगीतकार जोड़ी से मिलवाते हैं, जिन्होंने अभी हाल ही में संगीतकार जोड़ी राज-रमेश के रूप में अपने कैरियर की शुरूआत की है। संगीत को  पूजा मानने वाली इस संगीतकार जोड़ी की क्या है सोच और खासियत, जानेंगे राज महाजन और रमेश मिश्रा से। हाल ही में हुआ राज-रमेश से साक्षात्कार।  प्रस्तुत हैं उसी साक्षात्कार के कुछ अंश :

साक्षात्कार के  दौरान राज-रमेश और  मेघा वर्मा 
राज-रमेश आप दोनों साथ में आये।  हम जानना चाहते हैं कि आप दोनों के जुड़ने के पीछे क्या कारण है ?
राज-रमेश : कारण बहुत ही साफ़ है कि संगीत में कुछ नया होना चाहिए। हम दोनों  मिलकर कुछ नया करना चाहते थे। वैसे, मैं और रमेश दोनों ही संगीतकार हैं।  हम दोनों इससे पहले अलग-अलग काम करते रहे हैं। बतौर संगीतकार हम दोनों के काफी एलबम्स मार्किट में हैं।  लेकिन कुछ नया करने का जूनून हमें साथ ले आया। आज संगीत का रूप पूरी तरह से परिवर्तित हो चूका है।  सभी की म्यूजिक के मामले में अपनी अपनी विशेषज्ञता होती है, ऐसे ही हम दोनों की रचनात्मक सोच संगीत के प्रति अलग-अलग है।  हम दोनों संगीत को अलग ही प्रकार से सोचते हैं। हमने सोचा कि क्यों न हम अपनी रचनात्मकता का दायरा बढ़ाने के लिए साथ मिलकर काम करें।  और यही कारण है की हम दोनों ने अपने अनुभव, विचारों और रचनात्मकता को मिश्रित करते हुए साथ काम करने का फैसला लिया। 

आप संगीत को किस तरह से देखते हैं ? 
रमेश : देखिये, संगीत तीन चीज़ों से मिलकर बना है - गीतम, वाद्यम तथा नृत्यम त्रयं संगीतम उच्चयते। यानि,  गाने, बजाने और नाचने के मिश्रण से ही संगीत बनता है। राज गीत है, मैं संगीत हूँ और मोक्ष म्यूज़िक है नृत्य। बन गया न संगीत (हँसते हुए) 
राज : मेरे लिए संगीत एक  साधना है और हमारा जीवन इस पर सधा  हुआ है। जन्म के पहले पल से लेकर मरने के आखिरी समय तक संगीत हमारे साथ रहता है। मनुष्य ही नहीं बल्कि प्रकृति भी संगीत से चलती है। बहती हुई नदी की लय और कलकल की आवाज़ संगीत है। अगर नदी के बहने की लय बिगड़ेगी तो नदी के बिगड़े हुए बहाव से नुक्सान हो जायेगा।  हमारा दिल धक-धक करके जो धड़कता है वो संगीत है, अगर धड़कन की लय  बिगड़ जाए तो ब्लड-प्रेशर को नुक्सान हो जाएगा।   

राज महाजन और रमेश मिश्रा गाने पर काम करने से पहले
सब्जेक्ट और कॉन्सेप्ट पर काम करते हैं। 


अपने आने वाले प्रोजेक्ट्स के बारे में कुछ बताइये। 
राज-रमेश :  हमने  काफी काम शुरू  दिए हैं। जल्द ही आप तन्हाई, आहिस्ता-आहिस्ता, सावन में आग (भोजपुरी), फिर आया वो मौसम गानो  को सुनने वाले हैं, जिनको गाया है अरुण उपाध्याय ने।  इसके अलावा कुछ और गाने भी जल्द ही रिलीज़ होने वाले हैं, जिनको सोनू मोरवाल गा रहे हैं। सोनू मोरवाल की आवाज़ में जल्द ही आप 'ठण्ड' गाना सुनेंगे। हम काम करते समय सिचुएशन का बहुत ध्यान रखते हैं और उसी के अनुसार म्यूज़िक कम्पोज़ करते हैं।  एक गाना हम बच्चो के लिए भी बना रहे हैं, वो ऐसा गाना होगा जिस पर बच्चे बार-बार नाचना चाहेंगे और नाचते-नाचते बच्चे बहुत सी पढ़ाई भी कर लेंगे। अपने कुछ और गानो में हमारा प्रयास होगा की बच्चों को गाने के माध्यम से मस्ती के साथ-साथ कुछ सीखा भी सकें। सभी म्यूज़िक एलबम्स मोक्ष म्यूज़िक से रिलीज़ होने जा रहे हैं।

किसी भी गाने पर काम करते समय किस चीज़ पर ध्यान देते हैं ?
राज-रमेश : बहुत ही अच्छा सवाल है। कोई भी गाने पर काम शुरू करने से पहले हम उसकी नींव तैयार कर लेते हैं। किसी भी गाने पर काम करने से पहले उसके सब्जेक्ट और कॉन्सेप्ट पर हम ध्यान देते हैं। फिर, कुछ धुन तैयार करके उस के बोल पर काम करते हैं। फिर बाकी काम होते हैं। हमारा सबसे पहला काम कॉन्सेप्ट तैयार करना होता है। बिना सब्जेक्ट और कॉन्सेप्ट के गाना बेबुनियाद हो जाता है। बिना कॉन्सेप्ट के गाना बिना आत्मा  के शरीर जैसा होता है।

पहले के संगीत और आज के संगीत में क्या फर्क पाते हैं ?
राज-रमेश : संगीत एक ऐसा माध्यम है, जिसके द्वारा हम सुकून पाते हैं। संगीत हमारे मन और तन में ऊर्जा का संचार करता है। जहां तक बात की जाए पहले  के संगीत की, पहले का संगीत कानों को मिठास देता था। उस ज़माने के बोल, गीत, धुन आदि लाजवाब होते थे। उन गीतों में अर्थ होता था जो आजकल नहीं होता है।  संगीत में नवीनीकरण तो हुआ है लेकिन अर्थहीन और दिशाहीन।  पहले का संगीत शांत होते हुए भी अपनी बात श्रोताओं तक पहुंचा देता था। लेकिन आज का  लाउड और तीखा होने के बावजूद भी अर्थहीन रहता है। बाकी समय के साथ श्रोताओं की पसंद के साथ-साथ संगीत की शैली में परिवर्तन तो चलता ही रहेगा।

संगीत के प्रति राज-रमेश की सोच एक जैसी है,
लेकिन स्टाइल अलग-अलग है।  


बॉलीवुड में आने वाले नए टैलेंट को मौका नहीं मिल पा रहा है, उन्हें क्या करना चाहिए ?
राज-रमेश : यह वाकई में चिंता का विषय है कि उत्तर भारत से बहुत सारे कलाकार मुंबई जाते हैं, लेकिन सभी के हाथ सफलता नहीं लगती।  कुछ को काम मिल जाता बाकी को मायूसी ही मिलती है। हम काफी समय से देख रहे हैं कि उत्तर भारत से बहुत सारे कलाकार 'बॉलीवुड' पलायन कर रहे हैं, लेकिन सभी को काम और नाम नहीं मिल पाता ।  'वुड' का क्रेज ही ऐसा है कि सब कलाकार वहीँ खींचे जाते हैं। अब हमने कोशिश की है कि हम 'डोलीवूड' की स्थापना करें,  जहाँ सभी कलाकारों को मौका मिल सके वो दिल्ली में रहते हुए ही अपना कैरियर  बना सकें। 'डोलीवूड' एक ऐसा प्लेटफार्म बनेगा, जहाँ सभी कलाकार अपने सपनो को उड़ान दे पाएंगे।

भविष्य में हमें 'डोलीवूड' में हमें क्या-क्या देखने को मिलेगा ?
राज-रमेश : हम अच्छा काम कर रहे हैं। 'डोलीवूड' आने वाले समय में ऐसा मंच बनेगा जहाँ कलाकार को आगे बढ़ने के लिए किसी तरह की बाधा नहीं आएगी। डोलीवूड में हर तरह के गाने हर भाषा में बनेंगे।  पार्टी सांग से लेकर सिचुएशनल गानो पर हम काम करेंगे। गानों की विषय-वस्तु की क्वालिटी पर हमारा खास ध्यान रहेगा। हम कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं।  अभी सबके बारे में नहीं बता सकते।  धीरे- धीरे हमारा बनाया हुआ म्यूज़िक बाजार में आता रहेगा। 'डोलीवूड' में क्षेत्रवाद नहीं होगा। हम सभी भाषाओँ के संगीत के उत्थान पर भी काम करेंगे।  फिलहाल, हम लोग हिंदी, भोजपुरी और हरियाणवी भाषाओं पर काम कर रहे हैं। भविष्य में 'डोलीवूड' को 'बॉलीवुड' के विस्तारित मंच के तौर पर देखा जाएगा। 'डोलीवूड' में हम सभी प्रोडक्शन हाउस और मीडिया कम्पनीज़ को एक साथ लेकर चलने का प्रयास करेंगे और मिलकर सभी क्षेत्र के कलाकारों के लिए काम की संभावनाएं पैदा करेंगे।


बॉलीवुड में काम करने के बारे में आप क्या सोचते हैं ? या फिर आप सिर्फ 'डोलीवूड' में ही काम करेंगे। 
राज-रमेश : देखिये, जैसा की हमने पहले भी कहा 'डोलीवूड' का कनेक्शन बॉलीवुड से सदैव बना रहेगा।  डोलीवूड को भविष्य में बॉलीवुड के विस्तारित मंच के तौर पहचाना जाएगा। अच्छी विषय-वस्तु मिलेगी तो हम आगे बढ़कर काम करेंगे। हमारे लिए वुड या क्षेत्र कभी कोई सीमा नहीं बनेंगे।  बॉलीवुड और डोलीवूड ऐसे दो समुद्र रहेंगे जो दूर होते हुए भी एक-दूसरे में मिल कर ही रहेंगे और एक-दूसरे के पूरक बनेंगे।  दोनों के क्षेत्र तो अलग हैं, लेकिन दोनों का काम एक जैसा है।  दोनों के भौगोलिक क्षेत्र भले ही अलग हों, लेकिन मंज़िलें तो एक हैं।

राज महाज, अश्वनी राजपूत ( वाईस प्रेजिडेंट, मोक्ष म्यूज़िक)
और रमेश मिश्रा। राज-रमेश के आगामी म्यूज़िक एलबम्स
मोक्ष म्यूज़िक से रिलीज़ हो रहे हैं। 


रीमिक्स के बारे में क्या कहेंगे ?
राज-रमेश : नवीनीकरण तो होना ही चाहिए। आज के समय में स्टूडियोज में काफी नयी-नयी तकनीक आ चुकी हैं, जिसका पुराने समय में बहुत ही अभाव था।  गानों को और बेहतर रिकॉर्ड करने के लिए स्टूडियोज़ में एक से बढ़कर एक सॉफ्टवेयर और मशीन्स उपलब्ध हैं। ऐसे में सही तौर पर तकनीक का उपयोग करके अगर पुराने गानों को और भी रुचिकर बनाया जा सके तो इससे अच्छी क्या बात होगी।  हम रीमिक्स के खिलाफ नहीं हैं।  रीमिक्स का मतलब ही यही है की पुरानी चीज़ों को नया फ्लेवर देना, ताकि वो कभी पुरानी न बनी रहे और नयी पीढ़ी पुराने म्यूज़िक को अपना ले।

अपने व्यक्तिगत जीवन के बारे में कुछ बताइये। 
राज : मैं दिल्ली स्थित एक मध्यमवर्गीय वैश्य (बनिया) परिवार से आया हूँ। संगीत का बचपन से ही शौक था। मेरे परिवार में कोई और संगीत से दूर-दूर तक जुड़ा हुआ नहीं हैं।  ऐसे में संगीत सीखना और जुड़े रहना बहुत ही मुश्क़िल कार्य था। जीवन के उतार-चढ़ाव बहुत देखे लेकिन मैंने संगीत और आत्म-विश्वास नहीं छोड़ा। मेरे जानने वाले मुझे देख कर विस्मित थे। लेकिन समय के साथ अपनी साधना और कार्य-कुशलता से मैंने अपनी मंज़िल को पा ही लिया।
रमेश : मेरी भी कुछ ऐसी ही कहानी है। ब्राह्मण परिवार से आया हूँ और मथुरा का रहने वाला हूँ। काफी समय से दिल्ली में ही रह रहा हूँ।  शुरूआत में मैंने भी बहुत कठिनाईयां देखी। कई बार हतोत्साहित भी हुआ। लेकिन मैंने म्यूज़िक नहीं छोड़ा।  माँ शारदा की कृपा से आज अपने कार्य से बहुत खुश हूँ।

नयी पीढ़ी  के कलाकारों को क्या सन्देश देना चाहेंगे ?
राज-रमेश : नयी पीढ़ी के लिए हम यही कहना चाहेंगे कि तपस्या करते रहिये। कला एक साधना की तरह है। अपने-आप पर भरोसा रखिये और साधना करते रहिये।  सभी प्रतिभावान कलाकारों को, फिर चाहे वो किसी भी क्षेत्र से जुड़े हों, लेखन, गायन, अदाकारी, या फिर कोई और छुपी हुयी प्रतिभा,  हम सभी को एक विशाल मंच देना चाहते हैं। आप बेझिझक हमारे साथ आइये।  हम आपके सपनो को उनकी मंज़िल तक पहुंचाएंगे।